मशहूर फिल्म निर्देशक इकबाल दुर्रानी ने सामवेद का उर्दू में अनुवाद किया है. इस पर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि सामवेद विश्व का एक ऐसा ग्रंथ है, जिससे विश्व की सभी सभ्यताएं और संस्कृतियां हजारों हजार वर्ष से प्रभावित होती चली आ रही हैं. यह कला का सृजन करता है, कला आदमी का प्राण तत्व है.