1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) बजट (Union Budget 2021) पेश करने वाली हैं. कोविड-19 के बाद आ रहे इस बजट से खासकर बहुत उम्मीदें हैं. इस बार का बजट सत्र काफी कुछ अलग होगा. निर्मला सीतारमण कह भी चुकी हैं कि ये ऐसा बजट होगा जो पिछले 100 सालों में भी नहीं आया है. जाहिर है देश कोरोना काल से अभी भी जूझ रहा है, जो पिछले 100 सालों में ऐसी महामारी नहीं आई है. इस बार के बजट में चुनौतियां काफी होगी. इस समय की स्थिति यह है कि जीडीपी पूरी तरह से धराशायी है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष का आंकलन है कि जीडीपी माइनस 8 प्रतिशत रहेगी. हालांकि आईएमएफ एक सुनहरी तस्वीर की भी भविष्वाणी कर रहा है. कह रहा है कि अगले वित्तीय वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 11.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. ये दुनिया की अकेली अर्थव्यवस्था होगी जो दो अंकों में बढ़ेगी.