बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीकर 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. अब राज्य सरकार मुआवजा देने को भी तैयार नहीं है. वहीं विपक्ष इसे लेकर सरकार को घेर रही है. 2016 में जिस फैसले को लागू करने को क्रांतिकारी बताया गया, अब उस पर सवाल उठ रहे हैं.