पूरा मध्य हिमालय जिसमें उत्तराखंड आता है, भूकंप के लिहाज से बड़ा ही संवेदनशील रहा है। उत्तरकाशी और चमोली के भूकंप इसके उदाहरण हैं। ऐसे भूकंपों में सबसे ज्यादा नुकसान मकानों के ध्वस्त होने से होता है, जो भूकंप को ध्यान में रखकर नहीं बनाए जाते। ईंट और कॉन्क्रीट से बेतरतीब बनाए गए ऐसे हजारों मकान इन भूकंपों में ढह चुके है। लेकिन अगर हम गौर करें तो हमें अपनी विरासत में भूकंपरोधी भवन बनाने की तकनीक मिली है, जिसे हम भूलते चले गए। पहाड़ों में दो सौ से तीन सौ वर्षों से अधिक पुरानी ऐसी ही इमारतों को समर्पित हमारी यह खास पेशकश विरासत से हिफाजत...