रवीश कुमार का प्राइम टाइम: कोर्ट की अवमानना की लक्ष्मण रेखा का सवाल

  • 40:36
  • प्रकाशित: अगस्त 20, 2020
सिनेमा व्‍यू
Embed
बोलने की सजा भी होती है तो बोलने से इंसाफ भी मिलता है. सजा बहुत आसानी से मिल जाती है इंसाफ थोड़ा मुश्किल से मिलता है. लेकिन इन्हीं सब के बीच कोई खिड़की हल्के हवा के झोंके से खुल जाती है. और वो हौसले का चिराग दिखा जाती है. साहस की परीक्षा नागरिक को ही देनी होती है. वही जब इस चुनौती को स्वीकार करता है, संविधान की दी हुई परीक्षा शुरू हो जाती है. बगैर इन इम्तिहानों से गुजरे हुए कोई लोकतंत्र फ्रूटी का डिब्बा है.

संबंधित वीडियो

EVM-VVPAT पर कैसे विपक्ष की दलीलें Supreme Court में हवा हो गईं?
अप्रैल 26, 2024 11:04 PM IST 15:49
इलेक्टोरल बॉन्ड पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रशांत भूषण ने दी प्रतिक्रिया
फ़रवरी 15, 2024 12:23 PM IST 0:58
हिंडनबर्ग रिपोर्ट: सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को लगाई फटकार
नवंबर 26, 2023 07:16 AM IST 11:28
प्रशांत भूषण की जनहित याचिकाओं पर अक्सर उठते रहे हैं सवाल, कई बार मांगी है माफी
नवंबर 25, 2023 10:29 PM IST 7:46
हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा -  अखबारी रिपोर्ट अंतिम सत्‍य नहीं
नवंबर 24, 2023 09:37 PM IST 3:52
देस की बात : OCCRP रिपोर्ट और प्रशांत भूषण के NGO को लेकर SC में SEBI ने उठाए सवाल
नवंबर 24, 2023 07:16 PM IST 31:45
प्राइम टाइम : गुजरात में अबकी बार किस पार्टी की बनेगी सरकार?
नवंबर 29, 2022 09:00 PM IST 36:15
रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्या मंदी का असर भारत पर पड़ेगा?
नवंबर 25, 2022 09:00 PM IST 38:31
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination