क्या मान लिया जाए की लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है? विपक्ष का आरोप लगाना अलग बात है कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है. लेकिन बहुमत से लबालब और एक मजबूत सरकार भी यही आरोप लगाये की लोकतंत्र की हत्या हो रही है तो इस हत्या का इंसाफ कौन करेगा. 11 अगस्त को राज्यसभा में क्या हुआ इस मामले में अब सरकार भी एक पक्षकार हो गई है. उसने भी विपक्ष पर मारपीट के आरोप लगा दिए हैं. जबिक विपक्ष का आरोप है कि मार्शल बुलवाकर उनके साथ धक्कामुक्की और मारपीट की गई. किसने किया इसका फैसला? भले अभी नहीं आ सकता. लेकिन यह साफ है कि राज्यसभा में 11 अगस्त को मारपीट हुई है.