लगता है कि किसी को रिटायरमेंट अच्छी नहीं लगती, तभी जब भी ऐसा एेलान होता है कि रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा दी गई है, जिसकी नहीं भी बढ़ती है वो भी ख़ुश हो जाता है। दूसरी तरफ कॉलेज से निकलकर रोज़गार समाचार पढ़ने वालों को ये ख़बर नहीं सुहाती है। उन्हें लगता है कि अब ये और तीन साल रिटायर न हुए तो उनकी बेरोज़गारी के साल बढ़ जाएंगे।