भारत में 10 लाख की आबादी पर जजों की संख्या मुश्किल से 15 है। जजों पर मुकदमों का इतना बोझ है कि फैसला आते आते बीस तीस साल लग जाते हैं। न्यायपालिका की दुनिया का एक जुमला घिसते घिसते इतना घिस गया है कि इसका कोई मतलब नहीं रह गया। जस्टिस डिलेड जस्टिस डिनाइड अर्थात इंसाफ़ में देरी नाइंसाफ़ी है। प्राइम टाइम की इस कड़ी में भारतीय अदालतों पर खास नजर...