संसद के बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सरकार ने नागरिकता कानून(CAA) को बनाकर गांधी जी की इच्छा को पूरा किया है. हालांकि नागरिकता कानून का जिक्र होते ही संसद में विपक्षी दलों ने इसका विरोध भी जताया. राष्ट्रपति ने बिना रुके कहा, 'मेरी सरकार यह पुन: स्पष्ट करती है कि भारत में आस्था रखने वाले और भारत की नागरिकता लेने के इच्छुक दुनिया के सभी पंथों के व्यक्तियों के लिए जो प्रक्रियाएं पहले थीं, वे आज भी वैसी ही हैं' राष्ट्रपति ने कहा, 'विभाजन के बाद बने माहौल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि- पाकिस्तान के हिंदू और सिख जो वहां नहीं रहना चाहते हैं आ सकते हैं. उन्हें सामान्य जीवन मुहैया कराना सरकार का कर्तव्य है.
(साभार: लोकसभा टीवी)