इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने ग़ज़ा (Gaza) के रफ़ाह शहर में इजरायली हमले में 40 से अधिक लोगों की मौत के बाद माना है कि 'भयावह गलती' हुई है। सोमवार को संसद में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इजरायल बीती रात हुए हमले की जांच कर रहा है। हांलाकि इजरायली प्रधानमंत्री ने रफ़ाह में जंग खत्म करने की अंतरराष्ट्रीय दबाव को अस्वीकार करते हुए हार का झंडा न लहराने की कसम खाई...नेतन्याहू ने कहा, 'जो लोग कहते हैं कि वे थक चुके हैं, वे तैयार नहीं है या दबाव का सामना नहीं कर सकते। उन्हें हार का सफेद झंडा उठाना चाहिए। मैं उस तरह का झंडा नहीं लहराऊंगा। मैं तब तक लड़ता रहूंगा जब तक हम जीत का झंडा नहीं लहरा देते।'...रविवार और सोमवार की दरमियानी रात इजरायली सेना के हवाई हमले में रफ़ाह में 40 से अधिक लोग मारे गए थे। इजरायली सेना ने कहा था कि उसने हमास के दो आतंकियों को निशाना बनाया था लेकिन तस्वीरों में पता चला था कि इसने रफ़ाह में विस्थापितों के शिविर को भी चपेट में लिया था।