नूंह में ऐसी हिंसा देखने को मिली जिससे पूरे देश में बातचीत शुरू हो गई. बातचीत इसलिए शुरू हुई है क्योंकि अब तक ये माना जाता था कि और तमाम चीजें हैं वहां. जुर्म है, शिक्षा की कमी है, अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं नहीं हैं, लेकिन हिंदू-मुस्लिम दंगे कभी नहीं थे.