शहडोल जिले के सिंहपुर कठौतिया की तीन महीने की नंन्ही बच्ची रुचिता कोल को सांस लेने में दिक्कत थी. अंधविश्वास की वजह से परिजन झोला छाप के पास ले गए. उसके पास मर्ज की दवा थी. गर्म सलाखें 51 बार उसने बच्ची को दागा, जिससे बच्ची की मोत हो गई.
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