Madhya Pradesh News: यह जल संरक्षण था या जलपान संरक्षण? शहडोल में जल गंगा संवर्धन पर हुई सरकारी बैठक में, अफसरों ने जल नहीं बचाया — 12 किलो ड्राय फ्रूट्स, 30 किलो नमकीन, और 6 लीटर दूध उड़ाकर दिखा दिया कि नीति कैसे ‘पच’ जाती है। एक तरफ देश में 3 करोड़ बच्चे कुपोषित, दूसरी तरफ एक बैठक में ₹24,000 का भोग। सरकार बच्चों के पोषण पर रोज़ ₹8 खर्च करती है, और अफसर की चाय में दूध बहता है, मुठ्ठी में ₹30 का काजू रहता है।