मध्य प्रदेश नर्सिंग होम एक्ट के तहत रजिस्टर्ड अस्पतालों के जो रिकॉर्ड एनडीटीवी को मिले हैं, उससे साफ है कि कैसे कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर में धड़ाधड़ अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन हुआ. एक ही डॉक्टर आठ से दस अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर के नाम से रजिस्टर्ड हैं. मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का लाइसेंस मिला है. लेकिन अस्पताल में एक डॉक्टर तक नहीं हैं.