भोपाल में दशहरा उत्सव के दौरान एक अजीबोगरीब घटना सामने आई, जहाँ बाग मुगालिया ग्राउंड में खड़े रावण के विशाल पुतले को शाम के बजाय सुबह 6 बजे ही कुछ अज्ञात युवक-युवतियों ने जलाकर राख कर दिया। यह घटना तब हुई जब कुछ कार सवार लोग कथित तौर पर नशे की हालत में मौके पर पहुँचे और पुतले में आग लगाकर फरार हो गए। इस घटना ने सदियों पुरानी रावण दहन की परंपरा को तोड़ दिया। इस बीच, देशभर में रावण दहन के दौरान उसके साथ जलाए जाने वाले दो अन्य पुतले रावण के पुत्र मेघनाद (इंद्रजीत) और उसके भाई कुंभकरण के होते हैं, जो बुराई की पूरी फौज पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होते हैं।