नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने NDTV से बातचीत में कहा कि कोरोना प्रभावित परिवारों में बच्चे तड़प रहे हैं, इस तरह की सूचनाएं जब उन्हें मिलीं तो उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से आवाज उठाई कि ऐसे बच्चों के बारे में लोग उन्हें भी खबर दें. वह ऐसे बच्चों की परवरिश का, शिक्षा का, स्वास्थ्य का जिम्मा उठाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यही होनी चाहिए कि बच्चों को अनाथालय न जाना पड़े.