कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि बाल विवाह से उनका बचपन छिन जाता है. उन्होंने कहा कि अगर इस प्रथा का अंत नहीं होता है तो भारत कभी भी 'विश्वगुरु' नहीं बन सकता है. भारत के लोगों से आपराधिक प्रथा को समाप्त करने के लिए एक साथ आने का अनुरोध करते हुए सत्यार्थी ने कहा, "यह समय है कि आप न केवल इस प्रथा का बहिष्कार करें, बल्कि इसकी रिपोर्ट भी करें.