राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति अोलांद ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे सनसनी मच गई है. उन्होंने कहा कि अनिल अंबानी की रिलांयस का नाम भारत सरकार ने उन्हें दिया था. इस वजह से उनके पास कोई और विकल्प था ही नहीं. इसपर भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान से जुड़ी इस रिपोर्ट की हम जांच कर रहे हैं कि भारत सरकार ने दसौं एविएशन की ऑफसेट साझेदार के तौर पर एक खास कंपनी का नाम दिया. ये बात फिर दोहराते हैं कि कोराबारी निर्णय में न भारत सरकार की भूमिका थी न फ्रेंच सरकार की.