नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे आंदोलन को 30 दिन से भी ज्यादा का वक्त हो चुका है. लोगों की मांग है कि जब तक पीएम मोदी या गृह मंत्री अमित शाह सरीखे नेता बातचीत के लिए नहीं आते हैं, तब तक इस आंदोलन को खत्म नहीं किया जाएगा. वहीं दूसरी तरफ स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में नाराजगी है कि आंदोलन की वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह मामला कोर्ट भी पहुंचा जहां अदालत ने दिल्ली पुलिस से जनहित को ध्यान में रखते हुए फैसला लेने के लिए कहा है.