ऋषिगंगा नदी से जो तबाही 7 फरवरी को मची, जिससे दो पावर प्रोजेक्ट तबाह हो गए. तबाही के बाद पहली बार NDTV ने उसकी ग्राउंड रिपोर्ट की. ग्राउंड रिपोर्ट में वहां के लोगों ने बताया कि बाढ़ आने से पहले पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ था. उसके बाद बाढ़ तेजी से ऋषिगंगा की तरफ आई. NDTV ने ग्राउंड रिपोर्ट में पाया कि बाढ़ आने के बाद ऋषिगंगा में टेंपरेरी डेमिंग हुई, जिसके बाद से अभी तक ऋषिगंगा नदी ब्लॉक है. वही ऋषिगंगा में बन रही झील के आगे बाढ़ का मलबा जमा हुआ है. जिससे नदी की पानी रूकी हुई है. आशंका ये भी है कि ज्यादा समय तक अगर नदी ब्लॉक रहा तो एकबार फिर से बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. जो रेस्क्यू ऑपरेशन को प्रभावित कर सकता है. क्योंकि इस समय रेस्क्यू टीम लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं. ऐसे में समय रहते अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो फिर से भारी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है.