दुनियाभर में करीब 10 प्रतिशत महिलाएं गर्भावस्था के दौरान और करीब 13 प्रतिशत महिलाएं बच्चे के जन्म के बाद डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं. जबकि भारत जैसे विकासशील देशों में यह आंकड़ा क्रमश: 15.6 और 19.8 प्रतिशत है. इसलिए इस बात का ध्यान रखना और महिलाओं का ख्याल रखना जरूरी है.