जब कोई कंपनी मैटरनिटी लीव देती है तो इसका मतलब वो मानती है कि उसके यहां काम करने वाली महिलाओं की एक अपनी अहमियत है और वह घर और दफ्तर दोनों साथ-साथ संभाल सकती हैं. मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट के तहत जो भी कंपनी में 10 से ज्यादा लोग काम करते हैं उसको अपनी महिला कर्मचारियों को तीन महीने की पेड मैटरनिटी लीव देना जरूरी है, लेकिन निशु वालिया के साथ ऐसा नहीं हुआ... देखिए एनडीटीवी की मुहीम 'हर जिंदगी है जरूरी' में निशु वालिया की दास्तां....