नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कोविड-19 महामारी को बच्चन और मासूमियत पर संकट बताया है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से लाखों बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ा, जो अब शायद वापस नहीं जा सकेंगे. इसके परिणामस्वरूप बाल तस्करी, वेश्यावृत्ति बढ़ सकती है और यहां तक कि युवाओं को आतंकवाद की ओर धकेल सकता है.