विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस के भीतर से ही बयानवीरों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. नेताओं में होड़ लगी है कि कैसे बयान देकर पार्टी को बचाव की मुद्रा में ला खड़ा करें. कांग्रेस यह तय नहीं कर पा रही है कि इन नेताओं के बयानों से हो रहे नुकसान की भरपाई कैसे करे और उनसे खुद को दूर कैसे करे. पिछले दो दिनों में शशि थरूर और नवजोत सिंह सिद्धू के बयानों ने कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है. थरूर ने गुड तालिबान बैड तालिबान की तर्ज पर गुड हिंदू बैड हिंदू की बहस छेड़ दी है. वहीं, सिद्धू कह रहे हैं कि दक्षिण भारत जाने की तुलना में पाकिस्तान जाना ज्यादा बेहतर है. जाहिर है बीजेपी ने इन दोनों ही नेताओं के बयानों को तूल दे दिया है.