क्या दुनिया की कोई पुलिस है जो भारत की पुलिस को बता सके कि इंटरनेट चालू होते हुए कानून व्यवस्था कैसे संभाली जा सकती है? जिस तरह से बात बात में भारत में इंटरनेट बंद होने लगा है उससे लगता है कि हमारी पुलिस को सारा काम तो आता है लेकिन जब इंटरनेट चलता है तो वह कानून व्यवस्था नहीं संभाल पाती है। आई टी सेल खुलेआम गालियां से लेकर धमकियां लिखते रहते हैं पुलिस को उनसे ख़तरा नहीं होता है। लेकिन ऐसा क्यों होता है कि वैसे पोस्ट वाले ही ज़्यादातर गिरफ्तार होते हैं जो सरकार पर सवाल या कटाक्ष करते हैं? पटना के सौहेल हामिद अपने 18 साल के बेटे को 21 दिसंबर से ढूंढ रहे हैं. बनारस की सवा साल की चंपक 19 दिसंबर से अपनी मां एकता शेखर और पिता रवि शेखर को ढूंढ रही है. बनारस की चंपक के मां और पिता जेल में हैं क्योंकि वे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई रैली में हिस्सा लेने गए थे.