अरहर की दाल के खुदरा दाम 100 रुपये के पार पहुंच गए हैं. पिछले एक डेढ़-दो माह में थोक भाव में आई तेजी से यह उछाल दिखा है. मानसून सामान्य रहने की संभावनाओं से पिछले एक हफ्ते में थोक दाम थोड़ा गिरे भी हैं, लेकिन खुदरा विक्रेताओं ने दाम नहीं घटाए. अरहर की नई फसल दिसंबर-जनवरी तक नहीं आनी है, ऐसे में कीमतों में तेजी आगे भी कायम रह सकती है. केंद्र ने अरहर दाल के दाम में तेजी को थामने के लिये कदम उठाए हैं. इसके तहत निजी कारोबारियों के लिये अक्टूबर तक अरहर दाल की आयात सीमा बढ़ाकर 4 लाख टन करने का निर्णय किया गया. साथ ही सहकारी संस्थान नाफेड से खुले बाजार में 2 लाख टन दाल बेचने को कहा गया है. खाद्य मंत्री राम विलास पासवान की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में ये फैसले लिए गए.