बिहार में जमुई के सीविल सर्जन समेत पांच लोगों को कोरोना जांच से संबंधित धांधली के प्रारंभिक जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है. ये घोषणा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना में की. लेकिन कई जिलों में अभी ये जांच जारी है. शुक्रवार को इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बिहार सरकार से रिपोर्ट भी मांगी. जिसके बाद बिहार सरकार ने कोरोना जांच फर्जीवाड़ा से संबंधित रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है. ये बात खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस किसी ने ये गड़बड़ी की होगी, उसको छोड़ा नहीं जाएगा.