बिहार या कोई भी राज्य रिकवरी रेट के बहाने कोरोना के संक्रमण या इंतजाम से नहीं बच सकता है. उसकी जवाबदेही से नहीं बच सकता. अगर उससे बच सकता तो उसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बात सुननी चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा है कि टेस्टिंग करने से समय बचता है. मरीज का इलाज जल्दी शुरू हो जाता है और उसकी जान बचती है. देरी से शुरू होने पर जान ज्यादा जाती है. अरविंद केजरीवाल की यह बात टेस्टिंग को लेकर आनाकानी करने वाली सरकारों को सुननी चाहिए. इनमें से एक है बिहार. हाहाकार हो गया है वहां पर. मात्र दस हजार टेस्ट कर पा रहा है. वो भी अब जाकर. 13 करोड़ से ज्यादा आबादी है. इतने कम टेस्ट करने के बाद अब यहां 24 घंटे में एक हजार से ज्यादा केस आ रहे हैं. यही नहीं अब अस्पतालों का हाल अपने आप सामने आ जा रहा है. मेहनत भी नहीं करनी पड़ रही है.