रवीश कुमार का प्राइम टाइम: खराब सड़क से जान जाए तो ज़िम्मेदारी किसकी?

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  • प्रकाशित: अक्टूबर 10, 2019
सड़क टूटी हो, ख़राब हो और उस कारण किसी की जान चली जाए तो ज़िम्मेदारी किसकी होगी. टूटी सड़कों के भयावह किस्से किस शहर में नहीं हैं फिर भी सिस्टम और लोगों ने उन गड्ढों से इतना समझौता कर लिया है कि गड्ढे के बीच जितनी सड़क बची है उसी से काम चलाते रहते हैं. मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार 17 जुलाई से 28 अगस्त के बीच 6 लोगों की गड्ढों के कारण मौत हुई है. इसमें एक ट्रैफिक कांस्टेबल भी है. 9 अक्तूबर की रात मुंबई से सटे ठाणे में मेडिकल छात्रा नेहा शेख की ऐसे एक गड्ढे की वजह से मौत हो गई. इस सड़क की ऐसी हालत न होती तो नेहा शेख स्कूटर से उछल कर नीचे नहीं गिरतीं और ट्रक के नीचे आने से उनकी मौत न होती. नेहा की अगले महीने शादी होने वाली थी. अपने भाई के साथ खरीदारी कर घर लौट रही थी. स्कूटी भाई चला रहा था. गड्ढे में पहिया पड़ने से नेहा गिर गई और ट्रक के नीचे आ गई. यहां के स्थानीय नागरिकों ने कहा कि ख़राब सड़क के कारण आए दिन दुर्घटना होती रहती है. जिस कंपनी को इसके रख रखाव का ठेका मिला है उसके खिलाफ केस होना चाहिए. स्थानीय लोगों ने खराब सड़क की जगह को घेर कर प्रदर्शन किया है.

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