दिल्ली के यमुना विहार के अरविंद की कहानी भी बेंगलुरु के अतुल के जैसी है। अरविंद भी अपनी पत्नी और कानूनी प्रक्रियाओं से हार गए थे। ठीक 7 साल पहले, उन्होंने 23 पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा और रेलवे ट्रैक पर लेट कर आत्महत्या कर ली।