उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) जिले की ऋषिगंगा घाटी (Rishiganga Valley) में रविवार को अचानक आई विकराल बाढ (Severe flood) से दो पनबिजली परियोजनाओं (Hydroelectric projects) में काम कर रहे 125 से ज्यादा मजदूर लापता हो गए हैं. प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेकर लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने देहरादून में शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मीडिया से कहा, “अभी तक आपदा में सात व्यक्तियों के शव बरामद हुए हैं. राहत और बचाव कार्य में सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) और पुलिस के जवान जुटे हुए हैं. इसके अलावा तपोवन क्षेत्र में स्थित जिन दो सुरंगों में मजदूर फंसे हुए हैं वहां मुस्तैदी से बचाव कार्य चल रहा है.” मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की.