Ek Minute Kavita | Saanp by Agyeya : कवि अशोक चक्रधर (Ashok Chakradhar) अक्सर कहा करते हैं- बात होनी चाहिए छोटी, जैसे पहलवान की लंगोटी. यानी चंद शब्दों में बड़ी बात कह दी जाए, तभी बात बनती है. आज हम हिंदी के प्रख्यात लेखक, उपन्यासकार और कवि सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय (Sachchidananda Hirananda Vatsyayan Agyeya) की एक बेहद छोटी सी कविता सुनाते हैं, जो उनके बेहद चर्चित उपन्यास- शेखर- एक जीवनी से ली गई है.