Ek Minute Kavita | मधुबाला हरिवंशराय बच्चन. Madhubala Harivansh Rai Bachchan. मधुबाला (कविता) : ‘मधुबाला’ में कवि हरिवंश राय बच्चन भविष्य की चिंता की बजाए वर्तमान में जीने की नसीहत देते हुए कहते हैं "इस पार प्रिये मधु है तुम हो, उस पार न जाने क्या होगा!" उस पार ना जाने क्या होगा । Us paar na jaane kya hoga | Harivansh Rai Bachhan.