केदारनाथ की पवित्र धरा पर इस समय कुदरत का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. मानो ऐसा लग रहा है कि बर्फबारी के बीच प्रकृति ने बाबा केदार का खूबसूरत श्रृंगार किया है. बर्फ की सफेद चादर में लिपटी केदारनाथ की पहाड़ियां और मंदिर का दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला है. बर्फबारी न सिर्फ धार्मिक स्थल के वातावरण को और भी पवित्र बना रही है, बल्कि पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रस्तुत कर रही है.
पहाड़ों में दो दिनों से लगातार बर्फबारी और बारिश हो रही है. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी जारी रहने से ठंड भी बढ़ गई है. केदारनाथ धाम में भगवान नंदी ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है. मंदिर के बाहर स्थापित नंदी भगवान भी बर्फ से ढक गए हैं. धाम में ढाई फीट से अधिक तक बर्फ गिर गई है, जिससे भीषण ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. ऐसे में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे मजदूर सोनप्रयाग लौट रहे हैं.
पहाड़ों में शुक्रवार से ही मौसम खराब है. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है, जहां ऊंचाई वाले इलाकों मेंं बर्फबारी हो रही है. वहीं, निचले क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण ठंड भी अधिक बढ़ गई है.
बर्फबारी का सबसे ज्यादा असर पुनर्निर्माण कार्यों पर पड़ा है. ज्यादातर पुनर्निर्माण कार्यों को बंद किया जा चुका है, जबकि 60 के करीब मजदूर ही धाम में रहकर तीर्थ पुरोहित आवास, प्रशासनिक व अस्पताल भवन के भीतर का काम कर पा रहे हैं.