उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में बुधवार से कर्फ्यू का ऐलान हो गया है. मंगलवार को कुंभ (Kumbh 2021) का आखिरी शाही स्नान संपन्न होने के बाद यह घोषणा की गई. साधु-संतों ने गंगा में डुबकी लगाकर शाही स्नान किया. कर्फ्यू के दौरान केवल जरूरी सेवाओं के लिए आवाजाही की इजाजत होगी. जिलाधिकारी ने बताया कि हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों, रूड़की, लक्सर और भगवानपुर में बुधवार से कर्फ्यू शुरू होगा. राज्य सरकार ने कोरोनावायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सूबे में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है.
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 18 अप्रैल को अखाड़ों से अपील की थी कि कुंभ को केवल प्रतीकात्मक समझा जाए. पीएम मोदी की अपील के कुछ घंटों बाद जूना अखाड़ा के प्रमुख स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कुंभ के समापन की बात कही थी और अन्य अखाड़ों से भी इसके पालन के लिए निवेदन किया था.
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कई अखाड़ों ने कुंभ के समापन का ऐलान किया तो वहीं कुछ ने 27 अप्रैल के शाही स्नान के बाद ही मेले के समापन की बात कही थी. मंगलवार को काफी संख्या में साधु-संतों ने शाही स्नान किया. इस दौरान उनके चेहरे पर मास्क नहीं दिखा और सोशल डिस्टेसिंग के नियम की भी अनदेखी की गई.
10 से 15 अप्रैल के बीच कुंभ मेले में 2000 से ज्यादा श्रद्धालु कोरोना से संक्रमित पाए गए. यही वजह थी कि राज्य सरकार कुंभ मेले को जल्द से जल्द खत्म करना चाहती थी.
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गौरतलब है कि उत्तराखंड में भी कोरोना मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. राज्य में बीते दिन 5703 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 96 और मरीजों की मौत हो गई. प्रदेश में महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 2,309 हो गया है. साथ ही एक्टिव मामलों की संख्या 43,032 हो गई है. अब तक कुल 1,13,736 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.
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