उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बारिश की वजह से काफी तबाही हुई है. खासकर पहाड़ी राज्यों में तो बारिश की वजह से हालात और बुरे हो गए हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के पौड़ी जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण मालन नदी पर बना पुल तेज बहाव के कारण बीच से टूट गया. पुल टूटने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो चुका है और कोटद्वार सिगड़ी लालढांग हरिद्वार जाने वाला मार्ग अवरुद्ध हो चुका है.
बेतहासा हुए खनन को भी पुल टूटने के मुख्य कारकों में से एक बताया जा रहा है. उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर बुधवार को भी बारिश जारी रही और इस दौरान तीन व्यक्तियों की नदी में डूबने से मौत हो गई. लगातार बारिश के चलते भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्ग बंद हो गए हैं जिससे जन-जीवन के साथ ही चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है. चमोली जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली और जोशीमठ के बीच पांच जगहों पर भूस्खलन और मलबा गिरने से बंद हो गया है .
चमोली के अपर जिला सूचना अधिकारी रविन्द्र नेगी ने बताया कि प्रशासन ने बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों को गौचर, कर्णप्रयाग और नंदप्रयाग में सुरक्षित स्थानों पर रखा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह सभी जिलों में सड़क मार्ग एवं बारिश की स्थिति के बारे में स्वयं जानकारी ले रहे हैं और सभी जगह जिला प्रशासन एवं राज्य आपदा प्रतिवादन बल को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में आखिर क्यों मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा? यहां जानिए वजह
ये भी पढ़ें : दिल्ली में बूंद-बूंद की होगी किल्लत : यमुना के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने का साइड इफेक्ट, तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद