- AMU के ABK हाई स्कूल में 11 वर्षों से कंप्यूटर शिक्षक दानिश राव की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
- नकाबपोश बदमाशों ने दानिश राव को सेंट्रल लाइब्रेरी के पास रोका, धमकाया और 4 गोलियां चलाईं, जिनमें से 1 लगी.
- पुलिस ने 6 से ज्यादा टीमें बनाकर कैंपस और आसपास के CCTV फुटेज खंगालने के साथ फॉरेंसिक जांच भी शुरू कर दी है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) एक बार फिर गोलियों की गूंज से दहल उठी है. कैंपस के भीतर दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड ने सुरक्षा व्यवस्था पर तो गंभीर सवाल खड़े किए ही हैं, साथ ही एक सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर दानिश राव कौन थे? और हमलावरों ने उनकी जान क्यों ली?
दानिश राव कोई बड़ा नाम या राजनीतिक चेहरा नहीं थे, बल्कि AMU के उस शैक्षणिक ढांचे का हिस्सा थे, जो चुपचाप छात्रों का भविष्य गढ़ता है.
11 साल से AMU में पढ़ा रहे थे
मृतक दानिश राव AMU कैंपस स्थित ABK हाई स्कूल में बीते 11 सालों से कंप्यूटर शिक्षक के तौर पर कार्यरत थे. छात्रों और सहकर्मियों के बीच उनकी पहचान एक शांत, अनुशासित टीचर के रूप में थी.
यूनिवर्सिटी कैंपस की वो जगह जहां टीचर दानिश को मारी गई गोली.
दानिश का AMU से पुराना नाता
दानिश राव पहले एएमयू के छात्र रह चुके थे और वर्तमान में एबीके यूनियन स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक के रूप में पढ़ाते थे. उनके पिता प्रोफेसर हिलाल और माता दोनों एएमयू से रिटायर्ड हैं.
सूचना पर बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक व परिचित पहुंच गए. दानिश के भाई फराज राव यूनिवर्सिटी पालिटेक्निक में प्रोफेसर हैं. मां सैयदा खातून भी सैय्यद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल ब्वायज से सेवानिवृत्त हैं.
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रोजमर्रा की तरह निकले थे टहलने
घटना वाली रात करीब 8:50 बजे, दानिश राव अपने दो साथियों के साथ कैंपस में टहलने निकले थे. सब कुछ सामान्य था, लेकिन सेंट्रल लाइब्रेरी के पास उनकी जिंदगी का सबसे भयावह पल उनका इंतजार कर रहा था.
नकाबपोशों ने रोका, धमकाया और गोलियां दाग दीं
जानकारी के मुताबिक, स्कूटी सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने दानिश राव को रोका. धमकी देने के बाद उन्होंने चार गोलियां चलाईं, जिनमें से एक गोली सीधे उनके सिर में लगी.
तमंचा लहराते हुए फरार
गोलीबारी के बाद दोनों हमलावर तमंचा लहराते हुए AMU कैंपस से फरार हो गए. भीड़ जमा होने से पहले ही बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर निकल गए.
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परिजनों को दुश्मनी की जानकारी नहीं
दानिश राव के परिजनों ने फिलहाल किसी भी तरह की व्यक्तिगत दुश्मनी या विवाद से इनकार किया है. यही बात इस हत्या को और रहस्यमय बना रही है.
कैंपस में सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल
इस वारदात के बाद AMU कैंपस में भय और आक्रोश का माहौल है. छात्र, शिक्षक और सभी कर्मचारी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.
जांच जारी, CCTV खंगाल रही पुलिस
पुलिस की 6 से ज्यादा टीमें कैंपस और आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगाल रही हैं. फॉरेंसिक जांच भी जारी है, लेकिन फिलहाल हमलावरों का कोई ठोस सुराग सामने नहीं आया है.
SSP का बयान
एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने कहा कि हमें एक शिक्षक को गोली मारने की सूचना मिली थी. मौके पर निरीक्षण किया गया है. फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है. आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन कई टीमें काम कर रही हैं. जल्द ही गिरफ्तारी होगी.
राजनीतिक बयानबाजी तेज
इस घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. सपा नेता अज्जू इशहाक ने कहा कि यूपी सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन शिक्षक तक सुरक्षित नहीं हैं. खुलेआम हत्याएं हो रही हैं. ये जीरो टॉलरेंस नीति पूरी तरह फेल साबित हो रही है. दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.













