Uttar Pradesh: पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy Rains) का असर अब उत्तर प्रदेश की काशी नगरी (Varanasi) में भी दिखने लगा है. वाराणसी में गंगा (Ganga) के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. जिससे घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है. घाटों पर स्थित मंदिर और देवालय पानी में आधे डूब चुके हैं. हालांकि दशाश्वमेध घाट पर श्रद्धालु स्नान के लिए जरूर आ रहे हैं. गंगा का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन आलम यह है कि पानी इतना ऊपर चढ़ गया है कि घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है.
जानकारी के मुताबिक, बीते तीन-चार दिनों में बनारस में गंगा का पानी तेजी से बढ़ा है. गंगा का पानी बढ़ने की वजह से घाटों का संपर्क आपस में टूट गया है. दशाश्वमेध घाट पर जो गंगा आरती होती थी, उसका स्थान बदलकर ऊपर छत पर कर दिया गया है. गंगा में नावों का संचालन भी बंद कर दिया गया है.
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तीन-चार दिन पहले तक गंगा हर रोज तकरीबन 4 से 5 फुट बढ़ रही थी. कल जरूर उसकी बढ़ने की रफ्तार में थोड़ी कमी हुई है. कल 24 घंटे में 1 फुट पानी गंगा का बढ़ा है. गंगा अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है इसलिए तराई इलाकों में पानी नहीं पहुंचा है, लेकिन घाटों का जनजीवन जरूर अस्त-व्यस्त हुआ है.