पुलिस का वायरलेस छीना, मिले हथियार, अब तक 72 गिरफ्तार... बरेली में कैसे भड़की हिंसा? पुलिस ने किया खुलासा

पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी नदीम खान को मीडिया के सामने भी पेश किया. नदीम खान ने पुलिस का हैंडसेट छीना था, ताकि पुलिस की जानकारी वो ले सके.

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  • यूपी के बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा में अब तक 72 लोग गिरफ्तार किए गए हैं
  • पुलिस ने तौकीर रजा के सहयोगी नदीम खान के आठ अवैध संपत्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है
  • नदीम खान ने पुलिस का वायरलेस सेट छीना था और उसके पास से एक तमंचा भी बरामद हुआ है
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बरेली (यूपी):

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में प्रशासन ने पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के सहयोगियों से जुड़ी आठ अवैध संपत्तियों की पहचान करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. इस मामले में अब तक 72 गिरफ्तारियां हो चुकी है. इसमें नदीम खान भी शामिल है. पुलिस ने ख़ुलासा किया है कि तौकीर रजा के ख़ास सहयोगी नदीम खान ने पुलिस का वायरलेस सेट छीना था और एक तमंचा उसके पास से मिला था.

बरेली के एसएसपी अनुराग आर्या ने बताया कि बरेली का उपद्रव कैसे भड़का. पुलिस का कहना है कि नदीम खान ने ही लोगों को व्हाट्सएप कॉल के जरिए बुलाया था.

इलाके में नदीम खान का दबदबा है. एक आवाज़ पर हजारों लोगों को खड़ा कर देता है. यही वजह है कि उसके खिलाफ लोग बोलने से डरते हैं. नदीम खान तौकीर रजा की पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल का जिलाध्यक्ष रहा है. नदीम खान उर्फ मीनू फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है. बताया जा रहा है कि मौलाना तौकीर रजा ने जब अपनी पार्टी बनाई तो नदीम भी संस्थापक सदस्यों में से एक था.

फिलहाल नदीम खान के मकान पर सन्नाटा है. बाहर ताला लगा है और आसपास के लोग बात करने को तैयार नहीं है. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक शख्स ने बताया कि इनकी शिकायत होने पर पुलिस प्रशासन भी कार्रवाई से बचती थी, क्योंकि उसे लगता था कि हालात ख़राब हो सकते हैं. इसी का फ़ायदा उठाकर इन लोगों ने कई विवादित प्रापर्टी को ख़रीदा और बेचा.

मौलाना तौकीर रजा का दायां हाथ नदीम खान तो बायां हाथ नफीस को माना जाता है. इनमें से नदीम पुलिस की गिरफ्त में है. डॉ नफीस तौकीर रजा के इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल पार्टी के प्रवक्ता हैं. इनके खिलाफ भी थाना क़िला में मामला दर्ज है. इनका वीडियो वायरल हुआ जिसमें वो किसी थाने के SHO का हाथ काटने की बात कह रहे हैं. ये फ़िलहाल फरार हैं.

पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी नदीम खान को मीडिया के सामने भी पेश किया. नदीम खान ने पुलिस का हैंडसेट छीना था, ताकि पुलिस की जानकारी वो ले सके. मौलाना तौकीर रजा ने अपील जारी की थी, उसमें नदीम खान के हस्ताक्षर थे. लेकिन नदीम खान ने व्हाट्सएप पर मैसेज लिखा कि ये साइन फर्जी है और अपील फर्जी है.

नदीम खान ने कई बार पुलिस प्रशासन को गुमराह भी किया. कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे रहकर सुनियोजित साज़िश रची. फ़रहत और फ़रमान को जेल भेजा गया, ये फाइक इन्क्लेव में रहते थे. फ़रहत ने भी इस साज़िश में काफ़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उससे भी कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है. कई नाबालिग बच्चों को सामने लाकर ये करवाया गया. फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन किन-किन लोगों के बीच हुआ, ये भी पता लगाया जा रहा है.

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