Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली (Raebareli) जिले में एक स्कूल टीचर की दबंगई का मामला सामने आया है. सलोन थाना क्षेत्र के सिटीजन पब्लिक स्कूल (Citizen Public School) में 12वीं कक्षा के एक छात्र को हिंदी की किताब न लाने पर इतना बेरहमी से पीटा गया कि वह बेहोश हो गया. आरोप है कि टीचर ने छात्र की जाति पूछने के बाद उसे और भी ज्यादा मारा. परिजनों ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और टीचर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
'होश के आने के बाद घर नहीं भेजा'
पीड़ित छात्र करण के आरोप लगाते हुए बताया, 'मैं बुधवार के दिन हिंदी की किताब लाना भूल गया था. इस मामूली सी गलती पर हिंदी के टीचर ओमप्रकाश शुक्ला आग बबूला हो गए. पहले उन्होंने मुझे क्लास के अंदर पीटा और फिर बाहर ले जाकर भी मेरी पिटाई की. पिटाई के दौरान शिक्षक ने मुझे मेरी जाति पूछी. जब मैंने बताया कि मैं पासी (दलित समुदाय) से हूं, तो शिक्षक ने मुझे और भी ज्यादा मारा. पिटाई के कारण मैं बेहोश हो गया. जब होश आया तो मुझे तुरंत घर नहीं भेजा गया, बल्कि स्कूल में ही रोककर अपना होमवर्क पूरा करने को कहा गया. मेरे शरीर पर लाल निशान पड़ गए हैं.'
परिजनों ने पुलिस से की कार्रवाई की मांग
स्कूल से घर पहुंचने के बाद करण ने अपनी आपबीती अपने परिवार वालों को बताई. छात्र के शरीर पर चोट के निशान देखकर परिजन भी सदमे में आ गए. इसके बाद उन्होंने तुरंत सलोन थाने में जाकर टीचर ओमप्रकाश शुक्ला के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई. हालांकि इस मामले पर अभी तक पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. वहीं, सिटीजन पब्लिक स्कूल प्रशासन की तरफ से भी बच्चों की पिटाई के संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. पीड़ित छात्र करण ने इस घटना के बाद से स्कूल जाना छोड़ दिया है.
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