- 19 साल के लड़के ने सोशल मीडिया पर खुदकुशी करने की पोस्ट डाली थी.
- लड़की के बातचीत बंद करने से डिप्रेशन में आया युवक जान देना चाहता था.
- मेटा से पहले लखनऊ, फिर आजमगढ़ पुलिस को अलर्ट मिला तो उसकी जान बच गई.
- 2022 में मेटा से एक समझौते के बाद पुलिस 1107 लोगों की जान बचा चुकी है.
उत्तर प्रदेश पुलिस की मुस्तैदी से एक युवक की जान बच गई. एक लड़की के प्यार में फंसे लड़के ने सोशल मीडिया पर खुदकुशी करने की पोस्ट डाली. पुलिस की डिजिटल लैब से तुरंत इसका पता चल गया. स्थानीय पुलिस को तुरंत अलर्ट भेजा गया. पुलिसकर्मियों ने मौक़े पर जाकर देखा तो लड़का फांसी का फंदा बनाकर सुसाइड करने की तैयारी में था. पुलिस ने परिजनों की मदद से उसे बचा लिया.
मामला यूपी के आज़मगढ़ का है. 19 साल के एक युवक ने इंस्टाग्राम पर गुरुवार को एक पोस्ट डाली. उसमें एक लड़के और लड़की की फोटो थी. युवक ने दावा किया कि यह लड़की मुझसे प्यार करती थी लेकिन मुझे धोखा दे दिया. अब धमकी दे रही है इसलिए मैं आज फांसी लगाने जा रहा हूं. उसने अपनी मौत का कारण लड़के और लड़की को बताया.
युवक की पोस्ट को लेकर दोपहर करीब एक बजे यूपी पुलिस के लखनऊ हेडक्वार्टर में बनी डिजिटल लैब को मेटा कंपनी से अलर्ट मिला. अलर्ट मिलते ही पुलिस हेडक्वार्टर से आज़मगढ़ पुलिस को जानकारी दी गई. वहां के एसपी को पूरी घटना बताई गई. लड़के का मोबाइल नंबर पता किया गया. मोबाइल से उसका लोकेशन ढूंढा गया.
इसके बाद पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई. पुलिस जब लड़के के घर पहुंची तो परिवार में किसी को इस बारे में कुछ पता नहीं था. परिजनों को पूरी बात बताई गई. पुलिस की टीम दौड़ते हुए घर के दूसरे हिस्से में पहुंची. देखा कि लड़का पंखे पर फांसी का फंदा बनाकर बस लटकने ही वाला था. घरवालों की मदद से उसे रोका गया. समझाया गया.
लड़का बीएससी का छात्र है. उसने पुलिस को बताया कि वह कई साल से लड़की से प्रेम करता है, लेकिन वह दूसरे लड़के से शादी करना चाहती है. काफी समझाने पर भी नहीं मान रही. बात करना भी बंद कर दिया. इसी से आहत होकर डिप्रेशन में वह अपनी जान देने जा रहा था. इस पर आज़मगढ़ पुलिस ने लड़के की काउंसलिंग की. इसके बाद लड़के ने कहा कि वह अब कभी सुसाइड नहीं करेगा.
बता दें कि इस तरह के मामलों पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस ने लखनऊ हेडक्वार्टर में डिजिटल लैब बना रखी है. ये लैब चौबीस घंटे काम करती है. यहां तैनात पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर लगातार नज़र रखते है. जैसे ही कोई अलर्ट मिलता है, उस पर तुरंत एक्शन लिया जाता है.
यूपी पुलिस ने मेटा कंपनी के साथ 2022 में एक समझौता किया था. बताते हैं कि जनवरी 2023 से लेकर अब तक 1107 लोगों की जान बचाई जा चुकी है. यूपी के डीजीपी राजीव कृष्ण ने जान बचाने वाली पुलिस टीम को सम्मानित करने का फैसला किया है