गोरखपुर के कैंपियरगंज सीट से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी जान का खतरा बताते हुए यूपी में लॉ एंड ऑर्डर पर बड़े सवाल उठाए हैं. विधायक का आरोप है कि इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है और पुलिस खुद साजिशकर्ता के साथ मिली हुई है. विधायक फतेह बहादुर सिंह के अनुसार, वो कुछ दिन पहले अपने क्षेत्र का भ्रमण करने गए थे. इसी दौरान उनके करीबियों ने सूचना दी कि उन्हें जान से मारने की साजिश की जा रही है. इसके बाद वो काफिले के साथ अपने क्षेत्र से निकल गए.
उन्होंने कहा कि, ''उस रात मैंने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन दूसरे दिन जिस व्यक्ति को मुझे मारने की सुपारी दी गई थी वो खुद मेरे पास पहुंच गया. उसने मुझसे कहा कि कुछ लोगों ने 5 करोड़ रुपये में आपकी जान का सौदा किया है. मैंने इसकी जानकारी तुरंत एसएसपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी.
विधायक ने बताया, ''इसके 10-11 दिन बाद भी अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. सीएम योगी ने हमारी सुरक्षा के इंतजाम पहले से कर रखे हैं, लेकिन कुछ दिन पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी हमला हो गया. ऐसे में कोई व्यक्ति मुझे भी 250 रुपये के कट्टे से मारकर भाग सकता है.''
विधायक ने पुलिस पर साजिशकर्ताओं के साथ मिले होने का गंभीर आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा, ''इस षडयंत्र में शामिल चिन्हित लोगों के साथ दारोगा और अधिकारी चाय नाश्ता और भोजन कर रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है.'' विधायक ने योगी सरकार से इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार मेरी जान की सुरक्षा करे और उन अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए. अगर राज्य सरकार चाहे तो हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से इस मामले की जांच कराए या फिर सीबीआई को इसे सौंप दे.
फतेह बहादुर सिंह ने इस मामले को गंभीरता से न लिए जाने की स्थिति में साजिशकर्ता के नाम के खुलासे की भी बात कही है. उन्होंने कहा, ''अगर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो मैं जनता के बीच जाकर साजिशकर्ताओं का नाम उजागर कर दूंगा, लेकिन मैं पुलिस-प्रशासन को कार्रवाई के लिए पूरा समय देना चाहता हूं.''
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