- संभल में पिछले साल की हिंसा के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर पूरे शहर में शांति कायम रखी है.
- शहर में 250 महत्वपूर्ण जगहों पर हाई-डेफिनेशन CCTV कैमरे लगाए गए, जिनमें ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन भी है.
- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से शहर की निगरानी की जाती है ताकि आपात स्थिति को तुरंत कंट्रोल किया जा सके
Sambhal Violence: संभल अब पहले जैसा नहीं रहा... सोमवार को संभल हिंसा की पहली बरसी पर पूरे शहर में प्रशासन की खास मुस्तैदी देखी गई. जगह-जगह जवानों ने फ्लैग मार्च निकाला. डीएम-एसपी सहित अन्य वरीय अधिकारी भी सड़कों पर नजर आए. इस दौरान संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि संभल अब पहले जैसा नहीं रहा. उन्होंने यह भी कहा 6 घंटे को छोड़ दें तो पूरे साल शहर में शांति रही. दरअसल पिछले साल आज ही के दिन 24 नवंबर 2024 को संभल में हिंसा भड़की थी.
आज इस हिंसा का एक साल पूरा हो गया. संभल हिंसा की बरसी पर प्रशासन ने शांति-व्यवस्था को लेकर कई चीजें की. संभल हिंसा के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने का काम किया है. आज संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है और शाही जामा मस्जिद सहित पूरे शहर में शांति का माहौल है.
सुरक्षाबल की संयुक्त तैनाती, फ्लैग मार्च से लोगों में विश्वास
- रैपिड रिस्पॉन्स फोर्स (आरआरएफ) और संभल पुलिस की भारी तैनाती.
- शाही जामा मस्जिद व आसपास के इलाकों में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला.
- बाजारों और गलियों में पुलिस की गश्त, लोगों में सुरक्षा का अहसास कराया गया.
आधुनिक तकनीक से लैस इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
शाही जामा मस्जिद के ठीक सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनाया गया नया इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर अब शहर की निगरानी का केंद्र बिंदू है. यहां से पूरे शहर में अलग-अलग जगहों पर लगे सीसीटीवी के जरिए प्रशासन हर पल की स्थिति पर नजर रखता है.
एसपी ने कहा- शहर की 250 मेन लोकेशन पर लगी सीसीटीवी
एसपी संभल कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया, “पिछले साल हिंसा के दौरान साजिश के तहत सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए थे. इसके बाद हमने नया प्रोजेक्ट शुरू किया. अब शहर की 250 महत्वपूर्ण जगहों पर हाई-डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनमें ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) की सुविधा है.
6 घंटे को छोड़ पूरा साल शांतिपूर्ण रहा: डीएम राजेंद्र पेंसिया
फ्लैग मार्च के दौरान जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा, “24 नवंबर के उन 6 घंटे को छोड़ दें तो पूरा साल संभल पूरी तरह शांत और सुरक्षित रहा. हिंसा के बाद हमने तुरंत कड़े कदम उठाए. सैकड़ों नए सीसीटीवी कैमरे लगवाए, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया, नई पुलिस चौकियां बनवाईं, दो नए थाने स्थापित किए.
डीएम बोले- संभल अब पहले जैसा नहीं रहा
डीएम ने आगे कहा कि आज का फ्लैग मार्च इसलिए निकाला गया ताकि आम जनता को यह विश्वास दिलाया जाए कि पुलिस और प्रशासन हर कदम पर उनके साथ खड़ा है. संभल प्रशासन का स्पष्ट संदेश दे रहा है. संभल अब पहले जैसा नहीं रहा. कानून-व्यवस्था और आधुनिक तकनीक के दम पर शहर में शांति स्थायी रूप से कायम रहेगी.
मस्जिद कमेटी ने शांति व्यवस्था की अपील की
मस्जिद इंतजामिया कमेटी भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपील कर रही है. संवेदनशील इलाके में पुलिस ने ड्रोन कैमरे से सर्वे किया ड्रोन कैमरे से छत पर संदिग्ध वस्तुओं की भी जांच की गई. मस्जिद कमेटी के लोगों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर अपील की है.
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इनपुट- संभल से सत्यपाल सिंह













