इंसानियत शर्मसार! मेरठ में नशीला पदार्थ पिलाकर 6 बच्चों का यौन शोषण, वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल

बताया जाता है कि आरोपी की गांव में ही एक परच्यून की दुकान है. यहीं वो सामान लेने आए बच्चों को अपनी गंदी नीयत का शिकार बनाता था.

Advertisement
Read Time: 3 mins
मेरठ:

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है. यहां  37 साल के एक शख्स ने नाबालिग बच्चों को अपनी हवस का शिकार बनाया. इतना ही नहीं आरोपी ने यौन उत्पीड़न करते हुए बच्चों का वीडियो भी बनाया और फिर उन्हें ब्लैकमेल करने लगा. पुलिस के पास दर्ज FIR में 6 बच्चों के नाम शामिल हैं, जिसमें से 4 नाबालिग हैं.

आरोप है कि शख्स ने बच्चों को किसी बहाने से बुलाया और फिर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया और फिर उनका यौन शोषण किया. साथ ही बनाए गए वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए उनसे पैसे भी ऐंठे. 

एक बच्चे की मां ने कहा कि मेरे बेटा बहुत परेशान रहता है, वो खाता-पीता भी नहीं है. शांत-शांत रहता है. किसी से बात नहीं करता. हम चाहते हैं कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले.

वहीं एक अन्य महिला ने कहा कि हमें तो पुलिस आई तब पता चला कि मेरे बेटे के साथ ऐसा भी हुआ है. मेरा बेटा बहुत शर्मिदंगी महसूस कर रहा है. वो कहता है कि मां अब मैं गांव कभी नहीं आऊंगा. उसने कुछ दिन पहले तीन हजार रुपए मांगे थे. वो हम लोगों को पैसे भी नहीं दे रहा था. अब पता चला कि वो पैसे उस आरोपी को देता था.

बताया जाता है कि आरोपी की गांव में ही एक परच्यून की दुकान है. यहीं पर वो नाबालिगों को कभी परिजनों से फोन पर बात करने के लिए बुलाता था, तो कभी दुकान पर सामान लेने आए बच्चों को शिकार बनाता था.

एक बच्चे ने कहा कि एक दिन मैं सामान लेने गया था. तभी उसने मुझे कोल्ड ड्रिंक में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया, जिससे मैं बेहोश हो गया. कुछ दिन बाद जब मुझे दर्द हुआ तो मैंने अपनी मां को बताया. वो मुझसे पैसे की मांग कर रहा था, लेकिन मैंने उसे नहीं दिया.

जानकारी के अनुसार आरोपी लंबे समय से गांव के बच्चों के साथ गलत काम कर रहा था. घटना की जानकारी बच्चों के परिजनों को नहीं थी, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद घटना का खुलासा हुआ. इसके बाद पुलिस ने 19 अगस्त को आईपीसी की धारा 377, 506 और पॉक्सो की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की.

वहीं, मामला सामने आने के बाद कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन भी एक्टिव हुआ और उसने कहा है कि वो आरोपी को सजा दिलाने के लिए पूरी कानूनी लड़ाई लड़ेगा.

Advertisement

मेरठ के ग्रामीण एसपी कमलेश बहादुर ने कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद तुरंत एफआईआर दर्ज की गई. हमने बच्चों की काउंसलिंग भी करवाई है और अब उनका बयान भी दर्ज किया जाएगा. हम लगातार आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दे रहे हैं. उम्मीद है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी.

घटना के बाद से पीड़ित परिवार में भय का माहौल है. वो आरोपी को कड़ी सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि एफआईआर दर्ज होने के 8 दिन बाद भी अब तक पुलिस को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Atishi New Delhi CM: क्या आतिशी सरकार केजरीवाल की खड़ाऊं सरकार बन जाएगी?