लखीमपुर खीरी मामला: वायरल VIDEO में दिखा किसानों को कैसे रौंदते निकल गई SUV

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में SUV कार नारेबाजी करते किसानों को रौंदते हुए जाती दिख रही है.

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लखनऊ:

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जिले में किसानों की मौत के मामले पर सियासत जारी है. बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में SUV कार नारेबाजी करते किसानों को रौंदते हुए जाती दिख रही है. लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और आप नेता संजय सिंह ने इस वीडियो को शेयर किया है.

सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किए जा रहे वीडियो की पुलिस द्वारा पुष्टि की जानी बाकी है. NDTV स्वतंत्र रूप से इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकता है. वीडियो में यह स्पष्ट नहीं है कि ड्राइविंग सीट पर बैठा शख्स कौन है.

25 सेकंड के वीडियो में, किसानों को गाड़ी से टकराकर जमीन पर गिरते हुए देखा जा सकता है जबकि अन्य किसान गाड़ी के सामने से हटने का प्रयास करते हुए नजर आ रहा है. सायरन बजाते हुए एक अन्य वाहन किसानों को टक्कर मारने वाली SUV के पीछे आते हुए दिख रहा है.

वीडियो रविवार को मौके पर मौजूद किसानों द्वारा एनडीटीवी को दिए गए विवरण से मेल खाता है, जिन्होंने कहा कि वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मारी थी. वीडियो में किसानों को टक्कर मारने वाली SUV की बनावट और रंग भी घटनास्थल से जुड़े अन्य दृश्यों से मेल खाता नजर आ रहा है.

लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा और राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. किसान मिश्रा के हाल में दिए भाषण से नाराज थे. 

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किसानों का दावा है कि मंत्री के काफिले की एक कार के प्रदर्शनकारियों को रौंदने के बाद हिंसा भड़की. घटनास्थल से प्राप्त दृश्यों में आगजनी और वाहनों को आग लगाते हुए दिखाया गया है. उनका आरोप है कि कार केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष चला रहा था.

केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि वह लखीमपुर खीरी में कारों के उस काफिले में नहीं थे, जो रविवार को कथित तौर पर किसानों पर चढ़ गई थी. उन्‍होंने कहा, 'मैं कार में नहीं था. मैं तो बनवीरपुर गांव के अपने पैतृक घर में था, जहां एक कुश्‍ती मुकाबला का आयोजन किया गया था. मैं वहां पर सुबह से इस मुकाबले के खत्‍म होने तक मौजूद था.'

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