यूपी के कानपुर शहर में हिंसा (Kanpur violence) के आरोपी मुख्तार बाबा (Baba Biryani Food Chain) के दो और रेस्तरां सील कर दिए गए हैं. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के विरोध में कानपुर में जुमे की नमाज के बाद 3 जून को हिंसा भड़की थी. इस हिंसा के मुख्य आरोपी मुख्तार बाबा के दो और प्रतिष्ठानों ने जिला प्रशासन ने रविवार को सील कर दिया. मुख्तार बाबा के बाबा बिरयानी नाम से फूड चेन हैं, जो काफी मशहूर हैं. रेस्तरां चेन चलाने वाले मुख्तार को यहां तीन जून को हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था.
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विजय प्रताप सिंह ने कहा कि जाजमऊ में डिफेंस कॉलोनी और किदवई नगर के एक मॉल में मुख्तार के स्वामित्व वाले रेस्त्रां में खाद्य सामग्री के नमूने असुरक्षित पाये जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. इससे पहले 27 जून को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने जाजमऊ, यशोदा नगर, बेकनगंज और किदवई नगर के एक मॉल में मुख्तार बाबा के पांच और प्रतिष्ठानों पर भी छापा मारा और 18 नमूने एकत्र किए, जिन्हें जांच के लिए आगरा में एक खाद्य परीक्षण लैब में भेजा गया था.
अफसर ने बताया कि हमें 12 नमूनों के निष्कर्ष प्राप्त हुए और उनमें से चार नमूने मानव स्वास्थ्य और उपभोग के लिए असुरक्षित पाए गए थे. लैब टेस्ट में विफल होने वाले तीन नमूने डिफेंस कॉलोनी में मुख्तार के रेस्तरां से एकत्र किए गए थे, जबकि एक अन्य नमूना किदवई नगर से एकत्र किया गया था.
कानपुर के डीएम विशाख जी ने कहा कि मुख्तार के ऐसे सभी खाद्य प्रतिष्ठानों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं. प्रशासनिक अधिकारियों को एफएसडीए के अधिकारियों के साथ असुरक्षित नमूनों वाली खाद्य दुकानों को सील करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. मुख्तार बाबा को बेकनगंज में घातक हथियारों के साथ दंगा और हिंसा के तीन मामलों में नामित किया गया था और बाद में 22 जून को गिरफ्तार किया गया था.
उन्होंने कहा कि मुख्तार की गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले मुख्तार बाबा, उनके दो बेटों, बेटी, उनकी मां और एक कथित पाकिस्तानी नागरिक और करीब एक दर्जन अन्य के खिलाफ तीन अलग-अलग आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे. दो एफआईआर बजरिया थाने में, जबकि एक चमनगंज थाने में दर्ज हुई है.