Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में इन दिनों भोली-भाली महिलाओं को जादू-टोना और वशीकरण के नाम पर लूटने वाले एक शातिर गिरोह का आतंक था. पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए दो शातिर बदमाशों को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल हुए इन लुटेरों की पहचान गुल्लू उर्फ आफताब और मोहम्मद दानिश के रूप में हुई है. पुलिस ने दावा किया है कि इस गिरोह ने बीते 1 महीने में कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया था, जिन्हें डरा-धमका कर या सम्मोहित करके उनके जेवरात और नकदी लूटी गई थी.
'पुलिस के रोकने पर बदमाशों ने की थी फायरिंग'
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि चकेरी थाना क्षेत्र में पुलिस और लुटेरों के बीच यह मुठभेड़ हुई. यह कार्रवाई महिलाओं से लूटपाट की बढ़ती शिकायतों के तीन दिन के भीतर की गई. पुलिस को सूचना मिली थी कि लुटेरे पल्सर बाइक पर सवार हैं. जब पुलिस टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों लुटेरों के पैर में गोली लगी और वे घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद दोनों घायल अपराधियों – आफताब और दानिश – को इलाज के लिए कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
नकदी, हथियार और लूट में इस्तेमाल बाइक बरामद
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार लुटेरों का पहले से ही आपराधिक इतिहास रहा है. आफताब पर पहले से ही आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. जबकि मोहम्मद दानिश के खिलाफ भी पहले एक मुकदमा दर्ज है. पुलिस ने घटनास्थल से लूटे गए ₹4000 नकद, दो देशी तमंचे, कारतूस और लूट में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद की है. पुलिस ने पुष्टि की है कि यह वही बाइक थी जिसका इस्तेमाल तीन दिन पहले एक महिला से मारपीट कर उसके कान के झाले लूटने की घटना में किया गया था.
'साधु-पंडित बनकर अकेली महिलाओं को रोकते थे'
यह गिरोह महिलाओं को अपना शिकार बनाने के लिए एक खास तरीका अपनाता था. लुटेरे अक्सर साधु या पंडित बनकर राह चलती अकेली महिलाओं को रोकते थे. उन्हें जादू-टोना, वशीकरण या परिवार में किसी अनहोनी का डर दिखाकर बातों में उलझाते थे. जब महिला डर जाती थी या उनकी बातों में आ जाती थी, तो बदमाश उसे किसी टोटके के बहाने जेवरात या नकदी उतारकर देने को कहते थे और पलक झपकते ही सामान लेकर फरार हो जाते थे. कई मामलों में महिलाओं को सम्मोहित करने का भी आरोप है, जिससे महिलाएं तुरंत विरोध नहीं कर पाती थीं.
इस महीने पुलिस को मिली थीं 3 शिकायतें
- 13 सितंबर की घटना (चकेरी): शिंकी शर्मा नामक महिला ने शिकायत की कि दो लोगों ने खुद को पंडित बताकर उन्हें बातों में उलझाया और उनके कानों के टप्स, मंगलसूत्र, झुमकियां, ₹1500 नकद और एक मोबाइल फोन लूट लिया.
- 23 सितंबर की घटना (चकेरी): मंजू पासवान ने शिकायत दर्ज कराई कि तीन अज्ञात लोगों ने उन्हें बच्चे की मौत का डर दिखाया, जादू-टोना कर वश में किया और उनका मंगलसूत्र, कान के टप्स, अंगूठियां और ₹5,500 नकद लूटकर फरार हो गए.
- 24 सितंबर की घटना (जाजमऊ): राममूर्ति नामक महिला को तीन व्यक्तियों ने जादू-टोने की बातों में फंसाकर उनसे ₹3,500 और कान की बालियां ठग लीं.
गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
डीसीपी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों अपराधी इस गिरोह के प्रमुख सदस्य हैं. अब पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है. पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और लूट के बाकी सामान की बरामदगी की जाएगी.
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