उत्तर प्रदेश में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश जैसा मामला सामने आया है. रायबरेली के लक्ष्मणपुर में मालगाड़ी सीमेंटेड स्लीपर से जा टकराई. हालांकि गनीमत ये रही कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई. आशंका है कि खेत में रखे तीन स्लीपरों को खींचकर ट्रैक पर लाया गया, हालांकि अभी इसको लेकर जांच की जा रही है. देर रात हुए इस हादसे के बाद 15 मिनट तक मालगाड़ी खड़ी रही. आरपीएफ ऊंचाहार की टीम फिलहाल मामले की जांच में जुटी है.
कई राज्यों में ट्रेन को पलटाने की साजिश नाकाम
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि जब ट्रैक पर कोई भारी सामान रखा मिला हो. दरअसल देश के अलग-अलग राज्यों में ट्रेन को कई बार डिरेल करने की कोशिश की गई. लेकिन लोकोपायलट की समझदारी की वजह से कई बड़े हादसे टल गए. कुछ एक बार तो ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल कर ट्रेन को रोका. अगर लोकोपायलट वक्त रहते इमरजेंसी ब्रेक न लगाते कोई भी हादसा हो सकता था.
यूपी में ट्रैक पर मिल चुके हैं सिलेंडर और सरिया
यूपी के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिले हैं. इसके अलावा ट्रैक पर सरिया भी मिल चुका है. जिन्हें कहीं और से लाकर रखा गया था. ट्रैक पर सीमेंटेड ब्लॉक भी रखे हुए मिले हैं. जिससे बाद से प्रशासन की तरफ से सतर्कता बरती जा रही है. हाल ही में बलिया और महोबा के रेलवे ट्रैक में पत्थर रख कर ट्रेन डिरेल करने की साजिश की गई थी. इस घटना के बाद से आरपीएफ और जीआरपी पुलिस ने रेलवे ट्रेक पर फूट पेट्रोलिंग कर गस्त को बढ़ा दिया है.
झारखंड, राजस्थान में ट्रेन डिरेल करने की कोशिश
आपको बता दें कि सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में ट्रेन को ट्रैक से उतारने की साजिश कई बार नाकाम हो चुकी है. झारखंड के चाईबासा में शालीमार कुर्ला एक्सप्रेस ट्रेन को डिरेल कराने की कोशिश की गई थी. झारखंड के चाईबासा जिले के सोनुआ रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के जॉइंट पॉइंट में बड़ा पत्थर फंसा दिया गया था. रेलवे ट्रैक के जॉइंट पॉइंट संख्या 101A और 102B पर किसी इस बड़े पत्थर रख दिया था. ट्रैक पर रेलवे की पेट्रोलिंग टीम ने पत्थर को देखा तो उसे ट्रैक से हटाया. वहीं राजस्थान में भी ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की जा चुकी है.