उत्तर प्रदेश के गोंडा की जिला अस्पताल मानवता के शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां जब एक बेटा अपने बुजुर्ग पिता को अस्पताल में भर्ती कराने पहुंचा तो मरीज को वहां न तो स्ट्रेचर मिला और न ही उसे भर्ती किया गया. गंभीर हालत में बुजुर्ग अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर पड़ा रहा और आखिरकार उसने बेटे की गोद में ही दम तोड़ दिया. बात यहीं नहीं होती. मौत के बाद शव वाहन भी नहीं मिला और ऐसी स्थिति में उसे प्राइवेट गाड़ी में शव को घर ले जाना पड़ा. पूरे मामले में अस्पताल की इमरजेंसी के डॉक्टर और कर्मचारियों की भारी लापरवाही सामने आई है.