मुजफ्फरनगर में गुरुवार रात रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर सतर्कता बढ़ाते हुए पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया में कारखानों में काम करने वाली लेबर के सत्यापन के लिए व्यापक छापेमारी अभियान चलाया. ‘ऑपरेशन टॉर्च' नाम से चलाए गए इस अभियान में पुलिस ने कई फैक्ट्रियों पर अचानक दबिश दी.
छापेमारी के दौरान पुलिस ने लेबर के आधार कार्ड, पहचान दस्तावेज और अन्य कागजात चेक किए. कई स्थानों पर श्रमिकों का सत्यापन अधूरा या न होने पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई और फैक्ट्री मालिकों को तुरंत लेबर सत्यापन कराने के निर्देश दिए.
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अचानक छापेमारी से इंडस्ट्री एरिया में हड़कंप
कार्रवाई का नेतृत्व सीओ सिटी सिद्धार्थ के. मिश्रा ने किया. उनके साथ भारी पुलिस फोर्स मौजूद थी. पुलिस टीम अचानक फैक्ट्रियों में पहुंची तो इंडस्ट्री एरिया में कुछ देर के लिए हड़कंप जैसा माहौल बन गया.
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किराएदारों, बाहरी लोगों और लेबर का वेरिफिकेशन जरूरी
अधिकारियों का कहना है कि फैक्ट्रियों में बड़ी संख्या में बाहर से आए मजदूर काम करते हैं, जिनमें से कई का कोई सत्यापित रिकॉर्ड नहीं होता. इसी कारण शासन के निर्देश पर किराएदारों, बाहरी लोगों और फैक्ट्री लेबर, सभी का सत्यापन अनिवार्य किया गया है.
मुजफ्फरनगर के सीओ सिटी सिद्धार्थ के. मिश्रा ने कहा, 'कई फैक्ट्रियों में लेबर का उचित सत्यापन नहीं मिला. सभी मालिकों को निर्देश दिए गए हैं कि बाहर से आने वाले मजदूरों की पूरी जानकारी सत्यापित कराएं.'














